इस कहानी की शुरुआत होती है अमेरिका के एक शहर से . यह एक वास्तविक घटना है जो आज आप जानने वाले है . ऐसा अक्सर आपके साथ भी होता होगा , लेकिन उस टाइम पर आपको क्या करना चाहिए उसके बारे में इस कहानी में सीखेंगे. आप जो काम करते है क्या वह सही है या फिर नहीं , इस कहानी को पूरा पढ़कर समझ जायेंगे .
अमेरिका में एक छोटा सा शहर है , जिसका नाम लॉस एंजेल्स है . वहां एक बिल सांटोस नाम का व्यक्ति रहता था . वह एक फिल्म प्रोडक्शन असिस्टंट था , जो फ्रीलांसर के रूप में काम करता था .
बिल फिल्म प्रोडक्शन में महारथ हासिल कर चूका था . मतलब यही कि उसे यह कला बहुत अच्छे से आता था . जिसके वजह से उसे एक नौकरी भी मिला . जब उसे लॉस एंजेल्स में असिस्टेंट प्रोडूसर के रूप में नौकरी मिला तो सब लोग खुस थे . क्योंकि इस नौकरी से उसका जो कमाई था उसमे भी बढ़ोतरी हो गयी .
उसे यह नौकरी फुल टाइम वाली मिली थी और बिल के जो आमदनी थे वह भी बढ़ गया . जिससे लोग उसे खूब बधाई दिए , क्योंकि यह कोई छोटा पद नहीं था . ऐसा नौकरी किस्मत वालो को मिलते है जो बिल के हुन्नर और कला से मिला .
लेकिन यह जानकर आपको हैरानी होगी कि बिल इस नई नौकरी से थोरा भी संतुष्ट नहीं था . इतना अच्छा पैसा वाला नौकरी पाकर भी वह बिलकुल भी खुश नहीं था . एक बात तो सच है की जितना उच्चा पद वाला नौकरी मिलता है उतने ही जिम्मेंदारी भी बढ़ते जाते है .
ऐसा ही बिल के साथ हुआ , जितना ज्यादा अच्छा काम या फिर जॉब मिलता है उतने ही घंटे हमें काम भी करने होते है . अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ उस काम को करना परता है . वह यह बात समझ चूका था कि मुझे भी उतने ही काम करने होंगे जितना बाकि लोग अपने कर्तव्य को पूरा करने के लिए करते है .
इसके अलावा अब उसका सोच भी बदल गया , बिल को वह शो भी पसंद नहीं आने लगा जिसे बनाने के लिए उसने दिन रात मेहनत किया था . इसके पीछे कुछ न कुछ तो वजह जरुर था . क्या आप सोच सकते है वह ऐसा क्यों कर रहा था ?
वह ऐसा क्यों कर रहा था ?
दोस्त हर किसी का अपना एक सपना होता है , हर कोई अपने पसंद का काम करना चाहता है . बिल के साथ भी ऐसा ही था . उसका सपना था की मैं लिखूं . और इसी से अपनी रोजी – रोटी चलाऊं . मतलब उसे राइटर बनने का सपना था , उसे लिखना पसंद था . तो कैसे उसे दूसरा नौकरी पसंद आ सकता है .
फिल्म प्रोडक्शन वाली जो नौकरी थी वह उसे पसंद नहीं था , यह उसकी मनचाही नौकरी नहीं थी . यह नौकरी उसे इसीलिए मिला था क्योंकि वह इसमें अच्छा था . वह दुसरे लोगो से अच्छे तरीके से फिल्म को प्रोडूस कर सकता था .
आप भी हो सकता है की किसी काम को अच्छे से कर लेते है लेकिन वह करना आपको पसंद नहीं है . तो क्या आप वैसा काम करना पसंद करेंगे बिलकुल नहीं . आप वही करेंगे जिसमे आपको मजा आएगा . कहा भी जाता है की हमें वही काम करना चाहिए जिसमे हमारा इंटरेस्ट हो .
बिल भी ऐसा ही कर रहा था . हाँ फिल्म प्रोडक्शन वाली जॉब में बहुत सारे फायदे थे . बहुत पैसे मिलते थे , मान सामान , इज्जत आदि बहुत कुछ था उस काम में . लेकिन ऐसे काम का क्या फायदा जिसे हम बोरिंग तरीके से करे . हमारा मन उस काम में लगे ही ना .
हाल में बिल ने मग्जिन के लिए लिखना शुरू किया था . यह बात सच है की इस काम में उसे पैसे बहुत कम मिलते थे लेकिन फिर भी वह इसे करके खुस था . क्योंकि उसे ऐसा करना याद दिलाता था की वह सबसे पहले एक लेखक जिसे आप इंग्लिश में राइटर’ बोलते हो बनना चाहता था .
जरा आप ही सोचो की अगर वह फिल्म प्रोडक्शन वाली नौकरी को ही कर लेता तो क्या उसे लिखने के लिए समय मिलता . शायद नहीं , क्योंकि उसे प्रोडूसर वाला काम करने के लिए समय तो देना ही पड़ता , उससे उतना टाइम नहीं मिलता जिससे वह लिख सकता था .
यह कहा भी जाता है की हम एक टाइम पर एक ही काम कर सकते है . कई सारे काम करना अच्छा नहीं होगा . जब हम एक काम पर फोकस करते है तो उसमे अपना 100% दे पाते है .
उसे यह बात मालूम था की यदि मैं फिल्म प्रोडक्शन वाली नौकरी को स्वीकार कर लूँगा तो मेरे लिए बहुत अच्छा होगा . लेकिन उसका दिल इस बात को स्वीकार करने से मना कर रहा था . फिर उसने आखिर कार वही फैसला लिया जो उसे करना पसंद था . मलतब उस नौकरी के बजाय उसने लिखने का काम जारी रखा .
आप इसके बारे में क्या सोचते है :- जरा सोचिये की यदि बिल के जगह पर आप होते तो क्या करते . क्या फिल्म प्रोडक्शन वाली काम कर लेना सही था . या फिर लिखने के लिए उस काम को छोरकर राइटर बनना .
आपके लिए सही काम क्या है ?
दोस्त जैसा की मैंने आपको ऊपर भी बताया कि हमें वही काम करना चाहिए जो हम करना पसंद करते है . अक्सर हमारे साथ भी बिल की तरह समस्या आ जाती है . जब हमें अपने पैशन को खोजने का टाइम आता है तो हम काफी कंफ्यूज हो जाते है . हमें समझ में नहीं आता की आखिर मेरा पैशन क्या है .
अक्सर आपने सुना होगा की वही काम करो जिसमे आपका पैशन है . लेकिन इस पैशन को खोजे कैसे ? यह एक आसान तरीका है जिससे कोई भी अपना पैशन खोज सकता है . जो निचे कर्मानुसार लिखा गया है , अगर यह तरीका अपनाते है तो 100% गारंटी है की आप अपने पसंद का काम खोज पाएंगे .
- सबसे पहले अपना पसंद खोजे , जिस काम को करने में आपको मजा आता है उसे चुने . ऐसा काम को न चुने जो गलत हो , क्योंकि गलत काम में लोगो को ज्यादा मजा आता है .
- चेक करे कि क्या आपने जो अपना पैशन का काम चुना है उसे आप दुसरो से अच्छे से और कम समय में कर सकते है . यदि हाँ तो फिर वह आपका पैशन है .
- अपनी दिल की सुने , जिस काम को करने के लिए आपका दिल बोलता है उसे चुने तो आपका फायदा है . ऐसा नहीं होना चाहिए कि आपने देख लिया की लोग इस काम को कर के बहुत पैसे कमा रहे है या फिर इसे करने से बहुत फायदे है . और उसमे आपका बिलकुल भी इंटरेस्ट नहीं है तो इस तरह के काम को सोच समझ कर करे .
आपने इससे क्या सिखा ?
मैंने इस कहानी के जरिये आपको यही समझाने का प्रयास किया है कि आप अपने पसंद का काम करे . बहुत ऐसे लोग है जो आज कहीं पर काम करते है , जॉब करते है लेकिन वह उससे बिलकुल भी खुस नहीं होता है . और यह बात न तो किसी को बताता है और न ही इसका समाधान करता है वस अंदर ही अंदर घूंट घूंट कर जी रहे होते है .
इसीलिए आप वही करे जिसे करने में आपका भलाई है , आपको मजा आता है . तब आप सक्सेस तक पहुच सकते है और इस संसार में अपने नाम को उजागर कर सकते है .