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भगवान श्रीराम के जीवन से सीखनी चाहिए 4 गुण एक झटके में किसी को भी बना सकती है सफल

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने अपने कुछ खास गुण की वजह से ही लंकापति रावण पर जीत पाई. हम आपको इस पोस्ट में भगवान राम के 4 गुण के बारे में बताएंगे.

श्रीराम के जीवन से सीखनी चाहिए 4 गुण

आज के समय में स्टूडेंट और नौकरी पेशा या बिजनेस में और किसी भी इंसान अगर इन 4 गुण को अपने अंदर विकसित कर लेता है. तो वह इंसान अपने लाइफ में सभी कार्यों में निश्चित ही सफल होगा. और समाज में अलग पहचान छोड़ेगा. आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ें. और भगवान श्री राम के 4 गुण के बारे में जाने.

1. शांति से लक्ष्य की ओर बढ़ो

वनवास के समय भगवान श्री राम ने अपना 12 वर्ष तक चित्रकूट की धरती पर गुजारा. जब वन के सभी लोग भगवान श्रीराम से परिचित हो गए. तो फिर भगवान राम ने चित्रकूट वन से आगे का प्रस्थान कर लिया. भगवान श्रीराम को प्रचार करना पसंद नहीं था.

भगवान श्रीराम हमेशा से ही चुपचाप रह कर अपने काम को सिद्ध किया है. भगवान राम अपने बारे में किसी को कुछ बताना भी नहीं चाहते थे. आज के युग में भगवान श्रीराम से हमें सीख लेनी चाहिए कि हमें बिना प्रचार प्रसार किए और शांत तरीके से अपने काम को सिद्ध करना चाहिए. और अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना चाहिए.

2. सबके साथ सामाजिक समानता रखो

भगवान श्री राम अयोध्या राज परिवार से थे. वे यदि चाहते तो निषाद राज और सबरी के झूठे बेर खाए खाए बिना और गले लगाए बिना भी अपना वनवास काट सकते थे. लेकिन उन्होंने सामाजिक समानता को सम्मान का दर्जा दिया.

शबरी और केवट को गले लगाने से भगवान श्री राम ने लोगों को समानता का पाठ सिखाया. और आप भी इसको अपने जीवन में उतारे और इस पर अमल करें.

3. प्रोत्साहित करो

समुद् तट से लंका तक पुल बनाने का कार्य आसान नहीं था. अगर उस समय लाखों लोग भी मिलकर सेतु बनाते. तब भी कई साल गुजर जाते सेतु बनने में. लेकिन भगवान श्रीराम ने अपने वानर सेना को इस तरह से प्रोत्साहित किया.

की सेतु भगवान के द्वारा निर्धारित समय से पहले बनकर तैयार हो गया. और श्री राम की वानर सेना में मानव, दानव, पशु, पक्षी, सब एक साथ सेतु बनाने का कार्य कर रहे थे. आज के समय के लोगों को भी भगवान श्री राम के तीसरे सीख को अमल में लाना चाहिएं. और अपने सानिध्य में कार्य कर रहे लोगों को समय-समय पर प्रोत्साहन करना चाहिए.

4. पहले खुद आदर्श बनो

यह सभी लोगों को पता है कि भगवान श्रीराम मैं देवी शक्तियां थी. और वे स्वयं विष्णु के अवतार थे. वह जो चाहते वह तुरंत हो जाता. लेकिन फिर भी उन्होंने एक साधारण इंसान की तरह ही अपना जीवन व्यतीत किया. और उन्होंने अपने सारे काम एक साधारण इंसान की तरह ही किया़.

जिससे आगे चलकर लोग सीख सकें. और भगवान श्रीराम ने पहले खुद कठिन रास्ते पर चल कर दिखाया इसी कारण से लोग उन्हें आदर्श मानते हैं.

लेकिन आज के समय में लोग पहले दूसरों को बताना शुरू कर देते हैं. आप पहले खुद करें फिर दूसरे को बताएं ऐसी सोच बनाएं.

Conclusion

आपने इस पोस्ट में भगवान रामचंद्र की 4 गुणों के बारे में जाना हैं. हमें उम्मीद है कि यह पोस्ट आपको बहुत अच्छी लगी होगी. हमारे इस वेबसाइट की भगवान राम के बताए गए और भी सीख लिखे गए हैं. आप उन सिखों को भी जरूर पढ़ें. और आपके लिए कुछ पैसे कमाने संबंधी पोस्ट भी लिखी गई हैं. आप पढ़कर के ऑनलाइन पैसे कमा सकते हैं. पोस्ट पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद.

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