Happy World Environment day

सबसे पहले तो आपको और आपके पुरे परिवार को हमारे तरफ से वर्ल्ड एनवायरनमेंट की हार्दिक सुभकामनाए.

बनिए नेट जीरो फैमली का हिस्सा

COP-26 मीटिंग में भारत ने 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य तय किया हैं। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकार के प्रयासों के साथ एक परिवार के रूप में हमे भी प्रयास करने चाहिए।

नेट जीरो फॅमिली वह होगी जो वातावरण में कार्बन आधारित ग्रीनहाउस गैसों का जितना उत्सर्जन कर रही है,

उतना ही उसे सोख और हटा भी रही है।

इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे - ए सी, फ्रीज का उपयोग सीमित कर दें क्यूंकि इनसे निकलने वाली सीएफसी या एचएफसी गैस सीधा ओजोन परत पर अटैक करती हैं

ऐसा कोई पदार्थ पर्यावरण में मौजूद नहीं है जो इन गैसों को अवशोषित कर पाए, यह गैस लगभग 52 साल तक वातावरण में उपस्थित रहती हैं।

वर्षा जल का संग्रहण करना अति आवश्यक है, जल्द से जल्द अपने घर या कॉलोनी में ऐसा तंत्र विकसित करिये जिससे वर्षा जल को संग्रहित किया जा सके।

एक-एक कपड़ा या बर्तन धोने की बजाय उन्हें इकट्ठा धोएं। बार-बार धोने से ज्यादा पानी बर्बाद होता है।

जिन चीजों को रीसाइकल किया जा सकता है, उन्हें कचरे में न फेकें।

सबको पता है कि पेट्रोल डीजल की गाड़ियां बहुत प्रदुषण फैलाती हैं इसलिए इलेक्ट्रिक व्हीकल जल्दी खरीद लीजिये।

ई-टिकट के साथ यात्रा करने से कागज की बचत हो सकती है, जिसकी प्रोसेसिंग लागत 10 रूपए प्रति व्यक्ति तक कम की जा सकती है।

अपने घर में लीक होते पाइप को तुरंत ठीक करने से प्रति वर्ष औसतन 10000 गैलन पानी की बचत कर सकते है।

काम के लिए कार चलाने के बजाय साइकिल का उपयोग करने से 250 ग्राम प्रति किमी कार्बन उत्सर्जन कम हो सकता है।

वर्क फ्रॉम होम से प्रति दो दिन की यात्रा में औसतन आधा टन कार्बन बचाया जा सकता हंै।

भोजन प्लास्टिक की थैलियों या कंटेनरों में नहीं लेकर आप 260 से अधिक प्रजातियों को प्लास्टिक के मलबे को निगलने से बचा सकते हंै।

जितना हम प्रकृति से ले रहे हैं उतना उसे वापस भी लौटा पाएं, ऐसे प्रयासों को अपनी दिनचर्या में जोड़े।